इन मंत्रों से करें यज्ञ, मिलेगी सुख-समृद्धि, ऐश्व
इन मंत्रों से करें यज्ञ, मिलेगी सुख-समृद्धि, ऐश्व

शारदीय नवरात्रि अब खत्म होने को है। नौ दिनों तक पूरी श्रृद्धा और आस्था से भक्तगण मां की पूजा अर्चना करते हैं। इस साल कोरोना वायरस महामारी फैलने के बावजूद भक्तों के जोश में कोई कमी नहीं है। अष्टमी और नवमी के दिन हवन पूजन और कन्या पूजन का विशेष महत्व है। साथ ही लोग अपने व्रत का पारण भी करते हैं। क्या है हवन का मुहूर्त 24 अक्टूबर, शनिवार को सुबर 06:58 से 25 अक्टूबर सुबह 07:42 तक नवमी की तिथि है। इसलिए महानवमी का हवन भी 25 अक्टूबर को होगा। नवमी के दिन सुबह हवन के लिए 01 घंटा 13 मिनट का समय है। इसे सुबह 06:28 से 07:41 तक किया जा सकता है।